यूरोप से एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने दुनियाभर के इंडस्ट्रियल और ब्यूटी प्रोडक्ट सेक्टर में हलचल मचा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूरोपियन यूनियन जल्द ही इथेनॉल (Ethanol) वाले उत्पादों पर बैन लगाने की तैयारी में है। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि कई वैज्ञानिक अध्ययनों में इथेनॉल को कैंसर (Cancer) से जुड़ा एक संभावित खतरा बताया गया है।

🌍 यूरोप की सख्ती से बढ़ी हलचल
यूरोप में हेल्थ सेफ्टी एजेंसियों की तरफ से हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की गई है जिसमें इथेनॉल को लंबे समय तक इस्तेमाल करने से कैंसर के खतरे को जोड़ा गया है। विशेष रूप से कॉस्मेटिक, हैंड सैनिटाइज़र, परफ्यूम और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में इसका इस्तेमाल आम है। अब यूरोपीय संघ (EU) इन प्रोडक्ट्स को मार्केट से निकालने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
इसके इस फैसले का प्रभाव सिर्फ यूरोप तक ही होगा, बल्कि इसका प्रभाव वैश्विक बाजारों, विशेषकर भारत जैसे देशों पर भी देखा जाएगा, जो यूरोप को इथेनॉल-आधारित उत्पादों का बड़ा निर्यातक है।
🇮🇳 भारत के लिए बढ़ी चिंता
भारत में कई बड़ी कंपनियाँ हैं जैसे HUL, ITC, Dabur, Patanjali इत्यादि इथेनॉल बेस्ड प्रोडक्ट्स तैयार करती हैं। यूरोपियन बाजार पर बैन लगना अर्थी- ये कंपनियों की एक्सपोर्ट आय पर सीधा प्रभाव। दूसरी ओर, भारत सरकार भी इस रिपोर्ट पर ज्यादा तर्जhibit हो गई है और स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर तमाम विषय पर समीक्षा बैठक बुलाने की तैयारी शुरू कर दी है।
⚠️ विशेषज्ञों की राय
अधिकारियों का कहना है कि इथेनॉल सीधे खतरनाक नहीं है, लेकिन इसका बहुत उच्च स्तर और निरंतर एक्सपोज़र शरीर पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। यह स्किन, लिवर और इम्यून सिस्टम पर प्रभाव डाल सकता है। ऐसा ही कारण है कि यूरोप इसे लेकर कठोर रुख अपना रहा है।
🔍 निष्कर्ष
यूरोप का यह कदम स्वास्थ्य सुरक्षा के हिसाब से जरूरी हो सकता है, लेकिन इसके आर्थिक और औद्यحث प्रभाव दुनियाभर में देखने को आ सकते हैं। यह भारत के लिए एक चेतावनी है कि जल्दी ही वैकल्पिक फॉर्मूले पर कार्य शुरू किया जाए ताकि भविष्य में निर्यात और घरेलू बाजार दोनों प्रभावित नहीं हों।
