सोचिए, आप अपनी मेहनत की कमाई से एक नया और शानदार फोन खरीदें और कुछ ही दिनों में वो बिल्कुल बेकार हो जाए! ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में देखने को मिला, जहां एक ही मोबाइल स्टोर से खरीदे गए 100 से अधिक फोन अचानक एक साथ बंद हो गए। फोन न सिर्फ फ्रीज़ हुए बल्कि उनमें मौजूद सारा डेटा भी गायब हो गया।
यह घटना लोगों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं थी। नए फोन कुछ दिन सामान्य रूप से चले और फिर अचानक “Hello” स्टार्टअप स्क्रीन पर फ्रीज़ हो गए। कई पीड़ितों का कहना है कि फ़ोन खुद-ब-खुद फैक्ट्री रीसेट मोड में चले गए और दोबारा उपयोग करने लायक ही नहीं बचे।
कैसे हुआ इतना बड़ा मोबाइल लॉकडाउन?
मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये सभी फोन 10–15 दिनों तक बिल्कुल नॉर्मल काम करते रहे थे। उसके बाद एक ही पैटर्न दिखा — स्क्रीन फ्रीज़, डेटा गायब और डिवाइस पूरी तरह लॉक।
ग्राहकों ने जब दुकानदार से मदद मांगी तो कहानी और पेचीदा हो गई। कई पीड़ितों का आरोप है कि दुकानदार ने फोन ठीक करने के नाम पर 2000–3000 रुपये तक की मांग की। वहीं दुकानदार का कहना है कि यह गड़बड़ी उनके कारण नहीं बल्कि फोन के सॉफ्टवेयर प्रदाता के कारण हुई है।
क्या फ़ोन नकली थे? कई ग्राहकों का गंभीर आरोप
रिपोर्ट्स में सामने आया कि कुछ ग्राहकों ने iPhone Pro और iPhone 13 Pro मॉडल EMI पर खरीदे थे, लेकिन कुछ ही दिनों में फोन काम करना बंद कर गए।
एक ग्राहक ने दावा किया कि उसकी डिवाइस असली नहीं बल्कि नकली निकली। जब उसने दुकानदार से पूछा, तो उसे और पैसे देने का दबाव बनाया गया।
कंपनी ने खुद फोन लॉक किए?
एक चौंकाने वाली बात यह भी सामने आई कि फाइनेंस कंपनी या सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर ने फोन को रिमोटली लॉक कर दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, जिस सेट पर EMI पेंडिंग थी, उन पर कंपनी की तरफ से क्लाउड अपडेट आया, जिसके बाद फोन रीसेट हो गए।
स्टोर मालिक का कहना है कि ग्राहक जानबूझकर EMI माफ करवाने के लिए हंगामा कर रहे हैं, जबकि ग्राहकों का दावा है कि बिना किसी चेतावनी के फोन बंद करना गलत है।
पुलिस तक पहुंचा मामला—लोग बाहर दुकान के सामने जमा
दर्जनों लोग दुकान के बाहर जमा हुए और कई लोग पुलिस स्टेशन तक शिकायत लेकर पहुंचे। कुछ ग्राहकों ने बताया कि उन्होंने फोन खरीदने के बाद एक भी EMI नहीं चुकाई थी, जिस कारण फोन कंपनी ने सेट ब्लॉक कर दिया।
दुकानदार की सफाई
स्टोर मालिक का कहना है:
सॉफ्टवेयर कंपनी की वजह से सेट लॉक हुए
यह उनकी गलती नहीं
वे ग्राहक की मदद करने को तैयार हैं
भविष्य में ऐसी गड़बड़ी न हो, इसके लिए उन्होंने कंपनी बदल दी है
पूरा विवाद आखिर कहां खड़ा होता है?
यह मामला सिर्फ एक टेक्निकल एरर नहीं बल्कि—
✔ EMI पेंडिंग
✔ सॉफ्टवेयर लॉक
✔ नकली/रीफर्बिश्ड डिवाइस
✔ ग्राहक और दुकानदार के बीच अविश्वास
—इन सब बातों से मिलकर बना एक बड़ा विवाद लगता है।
ग्राहकों के लिए सीख
महंगे फोन हमेशा विश्वसनीय और रजिस्टर्ड स्टोर से खरीदें
EMI प्लान लेते समय सभी शर्तें पढ़ें
फोन की वॉरंटी और डॉक्यूमेंट्स अच्छे से चेक करें
IMEI नंबर ऑनलाइन वेरिफाई करें
अगर ऐसा मामला आपके शहर में हो जाए तो आप क्या करेंगे? कमेंट में बताना न भूलें।
