NTPC का बड़ा न्यूक्लियर मिशन: देश में लगेेंगे 700–1600 MW के परमाणु प्लांट, कई राज्यों में जमीन की तलाश शुरू

NTPC लगाने जा रही है 700–1600 MW के नए न्यूक्लियर प्लांट — जानें पूरी प्लानिंग, निवेश और शेयर मार्केट पर असर 

भारत में बिजली उत्पादन को एक नई दिशा में अग्रसर करने के लिए NTPC, जो एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है, अब न्यूक्लियर एनर्जी के क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी है। कंपनी आने वाले वर्षों में 700 MW, 1000 MW और 1600 MW क्षमता वाले कई परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना की योजना बना रही है। इसका प्रभाव सोमवार को बाजार में NTPC के शेयरों पर विशेष रूप से देखने की संभावना है।

यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि NTPC का उद्देश्य 2047 तक भारत की प्रस्तावित 100 GW न्यूक्लियर क्षमता में 30% (30 GW) योगदान देना है। इसे भारत के ऊर्जा भविष्य में एक बड़ा बदलाव लाने वाला कदम माना जा रहा है।

भारत के किन राज्यों में लगेेंगे नए न्यूक्लियर प्लांट?

कंपनी कई राज्यों में उपयुक्त जमीन की तलाश कर रही है। इसमें शामिल हैं:

  • गुजरात

  • मध्य प्रदेश

  • बिहार

  • आंध्र प्रदेश

कंपनी की कोशिश है कि परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) द्वारा चिन्हित सुरक्षित और स्वीकृत स्थानों पर तेजी से प्रोजेक्ट शुरू किए जाएं।

प्रत्येक प्लांट की क्षमता 700 MW से लेकर 1600 MW तक होगी, जो भारत की ग्रिड स्टेबलिटी के लिए बड़ा योगदान होगा।

यूरेनियम सप्लाई का क्या प्लान?

न्यूक्लियर प्लांट के लिए सबसे अहम चीज है यूरेनियम, और NTPC इस दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रही है।

कंपनी ने:

  • विदेशों में यूरेनियम खदानों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की है

  • यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (UCIL) के साथ तकनीकी-व्यावसायिक जांच के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं

यह कदम आने वाले समय में भारत की न्यूक्लियर फ्यूल सिक्योरिटी को मजबूत करेगा।

**निवेश कितना होगा?

जानकारों के अनुसार —**

  • 1 GW न्यूक्लियर प्लांट की लागत 15,000–20,000 करोड़ रुपये तक होती है

  • प्रोजेक्ट शुरू होने से लेकर चालू होने तक करीब 3 साल का समय लगता है

इस हिसाब से अगर NTPC 30 GW क्षमता का लक्ष्य हासिल करती है, तो कुल निवेश कई लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। यह भारत के ऊर्जा सेक्टर में सबसे बड़े निवेशों में से एक होगा।

अभी NTPC की कितनी क्षमता है?

NTPC की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक:

  • वर्तमान स्थापित क्षमता — 84,848 MW
    (कोयला, गैस/फ्यूल, हाइड्रो और सौर ऊर्जा शामिल)

इसके अलावा NTPC अभी राजस्थान में NPCIL के साथ मिलकर 42,000 करोड़ रुपये के निवेश से एक न्यूक्लियर प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।

शेयर मार्केट में क्या रहेगा फोकस?

न्यूक्लियर एनर्जी में एंट्री, बड़े पैमाने पर निवेश, और भविष्य की ग्रोथ—
ये सभी फैक्टर सोमवार को NTPC के शेयरों पर पॉजिटिव सेंटिमेंट ला सकते हैं।

एनालिस्ट मानते हैं कि न्यूक्लियर सेक्टर में शुरुआती कदम रखने वाली कंपनियों को आने वाले वर्षों में भारी फायदा होगा।

NTPC की रणनीति क्यों गेम-चेंजर है?

✔ कोयले पर निर्भरता कम होगी
✔ ग्रीन और क्लीन एनर्जी को बढ़ावा
✔ लंबे समय में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित
✔ वैश्विक स्तर पर भारत की न्यूक्लियर पावर बढ़ेगी

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