अब सेकंड-हैंड कार भी बनेगी भरोसे का सौदा: Kia दे रही 2 साल की वारंटी और 7 साल पुरानी कारों को भी सर्टिफिकेशन!

यदि आप सेकंड-हैंड कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए एक सकारात्मक खबर है। किआ (Kia) ने अपने सर्टिफाइड प्री-ओन्ड (Certified Pre-Owned) कार्यक्रम में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब कंपनी इस्तेमाल की गई कारों पर 2 साल या 40,000 किमी तक की वारंटी प्रदान कर रही है। इसके अलावा, 7 साल तक पुरानी किआ कारें भी सर्टिफाइड की जा सकेंगी।

यह निर्णय किआ की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह भारतीय सेकंड-हैंड कार बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाना चाहती है।

🔧 अब 7 साल पुरानी कारें भी होंगी “Kia Certified”

पहले तक किआ केवल 5 साल तक पुरानी कारों को सर्टिफिकेशन देती थी। लेकिन अब कंपनी ने लिमिट बढ़ाकर 7 साल कर दी है।
इसका मतलब है — अगर आपकी किआ कार सात साल पुरानी भी है और उसकी कंडीशन बेहतरीन है, तो वह कंपनी के Kia Certified Pre-Owned नेटवर्क में शामिल होकर बेची जा सकती है।
यह बदलाव उन ग्राहकों के लिए खास है जो सीमित बजट में ब्रांडेड, भरोसेमंद और क्वालिटी-टेस्टेड कार खरीदना चाहते हैं।

🛡️ अब मिलेगा 2 साल या 40,000 किमी तक वारंटी कवरेज

किआ ने सेकंड-हैंड कारों के लिए जो नई वारंटी योजना शुरू की है, वह अपने सेगमेंट में सबसे लंबी मानी जा रही है।

  • Kia प्री-ओन्ड कार: 2 साल / 40,000 किमी की वारंटी

  • अन्य ब्रांड की कार (Kia नेटवर्क से खरीदी गई): 1 साल / 15,000 किमी की वारंटी

किआ का कहना है कि यह बदलाव ग्राहकों के भरोसे को और बढ़ाएगा और कंपनी की “क्वालिटी-फर्स्ट” पॉलिसी को मजबूत करेगा।

🧰 हर कार गुजरती है 175-पॉइंट चेक से

किआ अपने Certified Pre-Owned प्रोग्राम के तहत आने वाली हर कार को 175 पॉइंट्स पर जांचती है।
इस चेकलिस्ट में शामिल हैं —

  • इंजन और ट्रांसमिशन टेस्ट

  • ब्रेक और सस्पेंशन चेक

  • इंटीरियर-एक्सटीरियर इंस्पेक्शन

  • इलेक्ट्रिकल सिस्टम और सेफ्टी फीचर्स की जांच

केवल वही गाड़ियाँ सर्टिफाइड होती हैं जो कंपनी के सख्त क्वालिटी स्टैंडर्ड्स पर खरी उतरती हैं।

🏢 पूरे भारत में 114 Kia CPO आउटलेट्स इस समय, किआ के पास 114 प्रमाणीकरण प्राप्त प्री-ओनड आउटलेट्स हैं, जहां ग्राहक सर्टिफाइड कारें खरीद सकते हैं। कंपनी का उद्देश्य अगले कुछ महीनों में इस नेटवर्क का विस्तार छोटे शहरों तक करना है, ताकि अधिक व्यक्ति विश्वसनीय सेकंड-हैंड कारों के लाभ से लाभान्वित हो सकें।

💡 इस फैसले का असर

किआ के इस कदम से कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे:
✅ ग्राहकों को लंबी वारंटी और भरोसा मिलेगा।
✅ पुराने Kia मॉडल्स की रीसेल वैल्यू बढ़ेगी।
✅ सेकंड-हैंड कार मार्केट में कंपनी की पकड़ और मजबूत होगी।
✅ बाकी कंपनियों पर भी अपनी वारंटी पॉलिसी बदलने का दबाव बढ़ेगा।

कुल मिलाकर, किआ का यह कदम दिखाता है कि कंपनी अब सिर्फ नई कारों में ही नहीं, बल्कि प्री-ओन्ड मार्केट में भी उतनी ही गंभीर है।

निष्कर्ष

किआ की 2 साल की वारंटी, 175-पॉइंट इंस्पेक्शन और 7 साल तक की कारों का सर्टिफिकेशन उसे सेकंड-हैंड कार बाजार में एक विश्वसनीय ब्रांड बना रहा है।

यदि आप जल्द ही एक प्री-ओन्ड SUV या कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो किआ सर्टिफाइड प्री-ओन्ड शोरूम की ओर जाना एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है।

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